वॉल्यूम ऑस्सीलेटर दो चलती औसतों का अनुपात है जो वॉल्यूम पर आधारित होता है।

गणना:
LongEMA = EMA(Volume, LongPeriod)
ShortEMA = EMA(Volume, ShortPeriod)
VolumeOsc = 100 * (ShortEMA - LongEMA) / LongEMA जब कीमत में वृद्धि या कमी के साथ वॉल्यूम में वृद्धि होती है, तो यह संभावित रूप से ट्रेंड की मजबूती का संकेत कर सकता है। इस स्थिति में, यदि वॉल्यूम ऑस्सीलेटर शून्य रेखा के ऊपर है, तो यह कीमत की दिशा और बाजार के ट्रेंड की पुष्टि कर सकता है, चाहे बाजार में ऊपर की ओर रुख हो या नीचे की ओर।
यदि कीमत में वृद्धि या कमी के साथ वॉल्यूम में कमी होती है, तो यह संभावित रूप से ट्रेंड की कमजोरी का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में, यदि वॉल्यूम ऑस्सीलेटर शून्य रेखा के नीचे है, तो यह संकेत कर सकता है कि कीमत की दिशा और समग्र बाजार ट्रेंड कमजोर है।
ऑस्सीलेटर के नकारात्मक क्षेत्र में डाइवर्जेंस अक्सर संकेत कर सकती है कि निकट भविष्य में एक ट्रेंड रिवर्सल हो सकता है।
यह संकेतक रेखा शून्य रेखा के ऊपर और नीचे घटती-बढ़ती रहती है, जो कीमत के ट्रेंड और उसकी मजबूती या कमजोरी का संकेत देती है। ऑस्सीलेटर के सकारात्मक मान बताते हैं कि कीमत के वर्तमान ट्रेंड दिशा को बनाए रखने के लिए बाजार में पर्याप्त समर्थन है। नकारात्मक मान इस बात का संकेत देते हैं कि बाजार में कोई समर्थन नहीं है, जिससे यह संकेत मिलता है कि कीमत स्थिर है या ट्रेंड रिवर्सल का इशारा कर रही है।
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